मानवता के लिए योग हिंदी निबंध | Yoga for humanity in hindi essay

हेलो दोस्तो आज के लेख में हम मानवता के लिए योग  हिंदी निबंध ( Essay on Yoga for humanity in hindi ) उपलब्ध कराएंगे। जैसा की आप जानते हैं कि इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम “मानवता के लिए योग” ( Yoga For Humanity ) रखी गई हैं। इस लेख के माध्यम से आप जान पाएगे कि मानवता के लिए योग क्यों जरूरी है , योग क्या है योग का अर्थ, योग का महत्व, योग के लाभ क्या है आदि विषयों को ध्यान में रखते हुए मानवता के लिए योग पर हिंदी निबंध ( yoga for humanity Essay In Hindi ) का लेख आपके साथ प्रस्तुत कर रहे हैं।

मानवता के लिए योग हिन्दी निबंध

केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने ‘मानवता के लिए योग‘ को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2022 के लिए विषय के रूप में रखा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आठवें संस्करण का आयोजन 21 जून को किया जाएगा, जिसका मुख्य आयोजन कर्नाटक के मैसूर में होगा। मोदी ने भारतीयों से उत्साह के साथ समारोह में भाग लेने का भी आग्रह किया।

मा० प्रधानमंत्री जी द्वारा “मन की बात” कार्यक्रम में दृष्टिगत आठवें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस ( 21 जून, 202 ) की थीम ‘मानवता के लिये योग (Yoga for Humanity) घोषित की गई है। स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगाँठ के पावन अवसर पर पूरे देश में मनाये जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव-2022 के अवसर पर देश के 25 करोड़ लोगों को योग से जोड़े संकल्प लिया गया है। 

मानवता के लिए योग निबंध हिंदी में – Essay on Yoga For Humanity in Hindi

योग करने की परम्परा भारत में पौराणिक काल से चली आ रही है| योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है| इस दिन का बहुत महत्व है क्योंकि इस दिन सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में सभी देशो में अलग अलग जगह योग किया जाता है| इस दिन को भारतीय प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा प्रारम्भ किया गया था। आज के इस पोस्ट में हम आपको मानवता के लिए योग पर निबंध ,yoga for humanity par nibandh, antarrashtriya yoga दिवस 2022 par nibandh, vishwa yoga diwas 2022 par nibandh, 21 जून योग दिवस, योगा फॉर ह्यूमैनिटी ऐसे इन हिंदी, Manavta ke liye yog par nibandh hindi mein व Yoga for humanity essay in hindi आदि की जानकारी देंगे जिसे आप अपने स्कूल कॉलेज के निबंध व भाषण प्रतियोगिता में प्रयोग कर सकते है|

मानवता के लिए योग पर निबंध 

मानवता के लिए योग हिंदी निबंध : योग एक मानसिक अधययन है. जो व्यक्ति के मन और तन को राहत प्रदान करता है. योग मानव उपयोगी साधना है. जिसे प्राचीन समय से किया जा रहा है. योग करना एक कला है. जो इस कला को जीवन में अपना लेता है. वह हमेशा स्वस्थ रहता है. योग को अपने दैनिक क्रियाकलाप में जोड़कर हम इसका लाभ ले सकते है.

जब प्राचीन समय में लोग चिंता से ग्रसित थे, तो उस समय लोगो को चिंता से मुक्त करने तथा निरोग बनाने के लिए प्राचीन ऋषियों द्वारा योग का अविष्कार किया गया था.

आधुनिक समय में बढ़ते प्रदुषण और पर्यावरण प्रदुषण के कारण हमारे शरीर पर इसका गहरा प्रभाव पड़ रहा है.स्वस्थ शरीर के लिए योग सबसे बड़ा संसाधन है

योग शब्द की उत्पति Origin of the word yoga

योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत की यज् धातु से हुई है योग शब्द का अर्थ जोड़ना है। अर्थात आत्मा का शरीर से मिलन ही योग है। भारत के षडदर्शन में योग भी एक है।

युग का आरंभ 5000 ईसा पूर्व से माना जाता है। उस समय भारत में गुरुकुल परंपरा थी। जिसमें शिष्य गुरु के समीप रहकर ज्ञान अर्जित करता था.

और योग भी गुरु शिष्य परंपरा से आगे बढ़ा और एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित हुआ पतंजलि में अपने ग्रंथ योगसूत्र में सर्वप्रथम योग दर्शन का वर्णन किया इसीलिए योग का प्रणेता पितामह तथा जनक पतंजलि को ही माना जाता है.

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मानव जीवन में योग का महत्व

योग प्राचीन भारतीय परंपरा एवं संस्कृति की अमूल्य देन है। योग अभ्यास से शरीर, मन, विचार एवं कर्म आत्मसंयम एवं पूर्णता की एकात्मकता और मानव एवं प्रकृति के बीच सामंजस्य प्रदान करता है। यह स्वास्थ्य एवं कल्याण का दृष्टिकोण है। योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि स्वयं के साथ, विश्व और प्रकृति के साथ एकत्व खोजने का भाव है। उन्होंने कहा कि योग हमारी जीवन शैली में परिवर्तन लाकर हमारे अंदर जागरूकता उत्पन्न करता है और प्राकृतिक परिवर्तनों से शरीर में होने वाले बदलावों को सहन करने में सहायक हो सकता है। हम सबको मिलकर योग को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप स्वीकार करने की दिशा में कार्य करना है।

मानवता के लिए योग के लाभ 

योग को एक साधना यानि अनुशासित और समर्पित अभ्यास माना जाता है. यह मानवता के लिए कई लाभों वाला विज्ञान है. योग किसी विशेष धर्म से संबंधित नहीं है. जो लोग रोज योग अभ्यास करते हैं उनके लिए यह ज्यादा उपयोगी हो सकता है. योग को संपूर्ण कसरत के रूप में देखा जाता है. यह मन और शरीर दोनों को शुद्ध करता है. प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से योग कई मनोवैज्ञानिक लाभ प्रदान करता है. यह आत्म-जागरूकता बढ़ाने के अलावा तनाव प्रबंधन, बेहतर एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है, इस प्रकार आंतरिक शांति लाने में मदद करता है. योग केवल शारीरिक व्यायाम का एक रूप नहीं है जैसा कि आज आमतौर पर समझा जाता है. योग जीवन जीने का एक तरीका है. यह एक निश्चित अवधि के भीतर पूरा होने वाला पाठ्यक्रम नहीं है, यह आत्म-विकास की 

जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से बचाव

आज हम में से बहुत से लोग जीवन शैली की बीमारी के खतरे में हैं. अच्छी जीवनशैली अपनाकर इस तरह की बीमारियों को ठीक किया जा सकता है. योग इसमें मदद करता है. यह लोगों द्वारा भावना प्रबंधन में भी मदद करता है, जीवन के लिए एक उचित दिनचर्या प्रदान करता है, और शरीर के बारे में जागरूकता बढ़ाता है. योग लोगों में दिमागीपन को बढ़ाता है जो जीवनशैली की बीमारी को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है.

योग में प्राणायाम और कपाल भाति शामिल हैं जो सबसे अच्छे और प्रभावी श्वास व्यायाम में से एक हैं. योग एक ऐसी चिकित्सा है जो नियमित रूप से अभ्यास करने पर धीरे-धीरे बीमारी से छुटकारा पाने में मदद करती है. यह आंतरिक शरीर या मन में कुछ सकारात्मक परिवर्तन करता है और शरीर के अंगों के कामकाज को नियमित करता है. विभिन्न उद्देश्य के लिए विशिष्ट योग हैं, इसलिए केवल आवश्यक योगों का ही अभ्यास किया जा सकता है.

मानवता के लिए योग निष्कर्ष

योग को आसान तक सीमित होने की वजह से आंशिक रूप से ही समझा जाता है, लेकिन लोगों को शरीर, मन और सांस को एकजुट करने में योग के लाभों का एहसास नहीं है। किसी भी आयु वर्ग और किसी भी शरीर के आकार के व्यक्ति द्वारा योग का चयन और इसका अभ्यास किया जा सकता है। यह किसी के लिए भी शुरू करना संभव है। आकार और फिटनेस स्तर से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि योग में विभिन्न लोगों के अनुसार प्रत्येक आसन के लिए संशोधन मौजूद हैं।

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Yoga For Humanity Theme in Hindi

हर बार की तरह इस बार भी 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस (International day of Yoga 2022) की थीम Yoga For Humanity तय की गई है. कोरोना महामारी के आने के बाद से योग को लेकर लोगों की रुचि और विश्‍वास बढ़ा है. 21 जून 2022 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का 8वां संस्करण “मानवता के लिए योग” ( Yoga for humanity) विषय के साथ मनाया जाएगा. आयुष मंत्रालय ने 21 जून 2022 को भारत और दुनिया भर में आयोजित होने वाले 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए इस विषय को चुना है. 

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